जैनुल आबदीन
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने महाकुंभ का आधिकारिक लोगो जारी किया और विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर गहन चर्चा की।
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि महाकुंभ से जुड़ी सभी परियोजनाओं को 10 दिसंबर तक हर हाल में पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सख्ती से कहा कि इस प्रक्रिया में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ के कार्यों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। बैठक के बाद उन्होंने अखाड़ा परिषद और साधु-संतों से भी चर्चा की और उनकी राय ली।
साधु-संतों को मिलेगा पूरा सहयोग और सुरक्षा मुख्यमंत्री ने साधु-संतों को आश्वासन दिया कि महाकुंभ के दौरान उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं और सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। हर अखाड़े के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में मांस और मदिरा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गुलामी के प्रतीकों को हटाने के लिए तेजी से काम कर रही है।
परियोजनाओं की गुणवत्ता और समय सीमा पर नहीं होगा समझौता मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि महाकुंभ से जुड़ी सभी परियोजनाओं को समय सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। किसी भी प्रकार की चूक होने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। सीएम ने मेले में आने वाले सभी व्यक्तियों का सत्यापन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने साधु-संतों से अपील की कि मीडिया से बात करते समय नकारात्मक टिप्पणी करने से बचें, और कहा कि महाकुंभ को सफल बनाने में संत समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है।