इस सेमिनार में कॉलेज के कक्षा 9 से 12 तक के सभी बच्चों ने अपनी स्कूली शिक्षा के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की अपनी अपनी तैयारी को लेकर स्वाति वर्मा से उनकी सफलता के टिप्स प्राप्त किये तथा उनकी इस सफलता में अपनाये गए तौर तरीकों से रूबरू हुए । जूनियर्स ने अपनी अपनी जिज्ञासा के प्रश्न पूछे, जिनका स्वाति वर्मा ने बड़ी बेबाकी से जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया ।
इसी के साथ स्वाति वर्मा ने बताया कि “परिश्रम ही सफलता की कुंजी है” मैंने पूरी रात पढ़ाई की और पूरा दिन सोया और आराम किया । दिन में बहुत कम पढ़ाई की। मैंने कक्षा 9 से ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया था और हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की बुको से ही ज्यादा तैयारी किया । जितना पढ़िए कॉन्सेप्ट क्लीयर होने तक उसका पीछा मत छोड़िए। रात के शांत समय में ध्यान केंद्रित कर पाने में बहुत आसानी होती है और बिना किसी रूकावट और डिस्टरबेंस के मन मुताबिक पूरी पढ़ाई हो जाती है इस तरह से मुझे पूरी संतुष्टि मिलती थी। समय के अंतराल में अपने आप को रिलैक्स भी करिए, सुनियोजित तैयारी के लिए थोड़ा चिंतन करिए और जो भी तरीका अपनाइए उसे पर दृढ़ संकल्प रहिए। ”
इस अवसर पर स्वाति वर्मा के साथ उनके माता-पिता, कॉलेज प्रबंध निदेशक एच एन जायसवाल, प्रधानाचार्या श्रीमती भगवती भंडारी , इन्चार्जेस एवं सीनियर कक्षाओं के अध्यापक गण उपस्थित रहे।
आर एल पाण्डेय