संजय शुक्ला
कानपुर। लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा अकबरपुर लोकसभा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने संसद में संविधान, इमरजेंसी, किसान और रोजगार समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। सांसद भोले ने कहा भाजपा विरोधी सरकारों में किसानों को खाद तक नहीं मिलती थी, मांगने पर मिलती ही लाठियां। वहीं नौकरी के लिए किसानों को अपनी जमीन तक बेचनी पड़ती थी। आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है।
बजट पर बोलते हुए सांसद भोले ने कहा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत ये बजट 2037 तक वित्तीय भारत के प्रति हमारी अडिग प्रतिबद्धता का प्रमाण है। प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि और समावेशी विकास और समर्पण हमारे देश की प्रगति को और संचालित करते हैं। डॉ. बीआर अंबेडकर ने कहा था कि किसी भी समाज की प्रगति उसकी क्षमता पर निर्भर करती है। केन्द्र का यह बजट उसी सुधार की भावना को दर्शाता है। यह हमारे राष्ट्र को उज्जवल और समावेशी विकास की ओर ले जाने वाला बजट है। जिस समय दुनिया के लोग भारत को कमजोर भारत बताते थे, तब 11 सितंबर1893 को 17 साल की उम्र में स्वामी विवेकानंद ने अपने उद्बोधन में आने वाले समय में भारत को मजबूत भारत बनाने का संकल्प लिया था।
सांसद भोले ने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लिया गया यह बजट स्वामी विवेकानंद के सपनों को साकार करने वाला बजट है।सांसद ने कहा भारत की सरकार अच्छी तरह समझती है कि किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। यह बजट कृषि को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण संसाधन आवंटित करने वाला है। सांसद भोले ने लोकसभा में बोलते हुए उस समय की याद दिलाई जब यूपी में खाद मांगने वालों का लाठियां से स्वागत किया जाता था। जब दैवीय आपदा हुई थी तब उत्तर प्रदेश में खाद अपने-पराए को देखकर आवंटित की जाती थी। वही मोदी के नेतृत्व वाली केंद्रीय सरकार ने किसानों का एक लाख तक का लोन पहली कैबिनेट में ही माफ कर दिया था।
देश ने ऐसा भी समय देखा है जब नौकरी के लिए बेरोजगार नौजवानों के परिवार वालों को अपने खेत तक बेंचने के लिए मजबूर कर दिया था। आज मोदी योगी सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ नौकरी देने का काम किया है। किसान, बेरोजगारों के साथ ही केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण काम किए हैं। सांसद भोले ने कहा केंद्र सरकार ने गूंगे-बहरे बच्चों का अस्पताल जो अभी तक सिर्फ मैसूर में था, अब वो कानपुर देहात में स्थापित करने का कार्य कर कानपुर को गौरवनित करने का कार्य किया है।