उत्तर रेलवे ने अन्य जोनल रेलवे के सहयोग से १ अक्टूबर २०२४ से ३० नवंबर २०२४ तक कुल २,९४४ स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया है। पिछले वर्ष इसी अवधि में उत्तर रेलवे ने १,०८२ स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं, जबकि इस बार यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में लगभग १७२% अधिक है।
इन २,९४४ स्पेशल ट्रेनों में से लगभग ८३% ट्रेनें पूर्व दिशा में यात्रियों की सेवा करेंगी, जो मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम जैसे राज्यों की ओर जाएगीं। बरौनी, समस्तीपुर, सहरसा, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, जयनगर, दरभंगा, जोगबनी, पटना, कोलकाता, गुवाहाटी, हावड़ा, मुजफ्फरपुर, कटिहार, टाटानगर और लखनऊ ये प्रमुख गंतव्य स्थल हैं जहाँ से ये स्पेशल ट्रेनें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से प्रस्थान करेंगी।
उत्तर रेलवे इस त्योहार सीजन में उन सभी सम्मानित यात्रियों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है जो अपने प्रियजनों से मिलने और त्योहारों का आनंद लेने के लिए अपने गृहस्थान जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, उत्तर रेलवे ने नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़कर सीटें और बर्थ्स की संख्या बढ़ा दी है, जिससे यात्रियों की वहन क्षमता में सुधार किया जा सके।
मुख्य बिंदु:
- विशेष ट्रेनें: ६५५६ स्पेशल ट्रेनें, १ अक्टूबर से ३० नवंबर २०२४ तक।
- फेरों की संख्या: इस वर्ष ६५५६ फेरे, पिछले वर्ष ४४२९ फेरे।
- मुख्य गंतव्य: उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम।
- सेवा का विस्तार: अतिरिक्त कोचों के माध्यम से सीटें और बर्थ्स की उपलब्धता बढ़ाना।